उत्तराखंड

डीबीटी से जुड़ेंगे सहकारी बैंक, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की घोषणा

देहरादून। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा मंगलवार को घोषणा की गई कि सहकारी बैंकों को जल्द ही सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का जिम्मा सौंपा जाएगा केंद्रीय सहकारिता मंत्री के इस फैसले को उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने ऐतिहासिक बताया सहकारिता मंत्री बोले केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी का यह फैसला बहुत ही सकारात्मक और सरकारी बैंकों के लिए लाभकारी परिणामों वाला होगा केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी द्वारा सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के बाद सहकारिता के क्षेत्र में आमजन का सहकारिता से विश्वास और बढ़ गया है। सहकारिता मंत्री डॉ रावत बोले इस फैसले के बाद आम आदमी से हमारा सीधा संपर्क बढ़ेगा  वर्तमान में कई जिलों के सहकारिता बैंक के माध्यम से किसान सम्मान निधि और गैस सब्सिडी DBT के माध्यम से लाभार्थी को पहुंचाई  भी जाती है मंत्रालयों की ओर से संचालित सभी योजनाओं का लाभ सहकारिता बैंक के माध्यम से DBT के जरिए पहुंचाए जाने से निश्चित ही सहकारिता बैंकों को भी इससे लाभ पहुंचेगा।

सहकारिता मंत्री डॉ रावत ने कहा सहकारिता की रीढ़  कही जाने वाली बहुउद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण सरकारी समितियां (एमपैक्स ) भी अब  समय के साथ कदमताल करती नजर आएगी कामकाज मैं पारदर्शिता और आमजन को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से इन समितियों को ऑनलाइन करने की मुहिम तेजी से आगे बढ़ रही है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार के 100 दिन का कार्यकाल पूर्ण होने पर सहकारिता विभाग 100 समितियों को ऑनलाइन करने का लक्ष्य हासिल कर चुका है जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा इसका उद्घाटन भी किया जाएगा साथ ही राज्य की शेष 547 समितियों को भी ऑनलाइन करने की दिशा में प्रयास तेजी से चल रहे हैं।

बहुउद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समितियां किसानों को खाद बीज उपलब्ध कराने के साथ ही मिनी बैंक के रूप में भी कार्य करती हैं इन के माध्यम से किसानों को ऋण की उपलब्धता समेत विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जनता को लाभान्वित किया जाता है समितियों के इस महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने पूर्व में राज्य की सभी 647 समितियों को कंप्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए थे यह कार्य पूर्ण होने के साथ ही अब समितियों को ऑनलाइन किया जा रहा है।

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