उत्तराखंड

उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप जारी, वर्षा व भूस्खलन के चलते दुश्वारियां नहीं हो रही कम

देहरादून। उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के चलते दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वर्षा व भूस्खलन के कारण प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में समस्या बनी हुई है। बारिश के चलते बरसाती नाले उफान पर हैं। वहीं चारधाम यात्रा राजमार्ग लगातार भूस्खलन से बाधित हो रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो आज भी देहरादून समेत आठ जिलों में अधिक मात्रा में वर्षा होने की संभावना है, जिसे लेकर इन जनपदों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र ने आज प्रदेश के देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ जिलों में वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं चमोली के मैठाणा व पागलनाला में बदरीनाथ राजमार्ग खतरनाक बना हुआ है। राज्य में 144 संपर्क मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हैं। 246 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। इन गांवों में खाद्यान्न समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं का संकट गहराने लगा है।

देहरादून। उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के चलते दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वर्षा व भूस्खलन के कारण प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में समस्या बनी हुई है। बारिश के चलते बरसाती नाले उफान पर हैं। वहीं चारधाम यात्रा राजमार्ग लगातार भूस्खलन से बाधित हो रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो आज भी देहरादून समेत आठ जिलों में अधिक मात्रा में वर्षा होने की संभावना है, जिसे लेकर इन जनपदों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र ने आज प्रदेश के देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ जिलों में वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं चमोली के मैठाणा व पागलनाला में बदरीनाथ राजमार्ग खतरनाक बना हुआ है। राज्य में 144 संपर्क मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हैं। 246 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। इन गांवों में खाद्यान्न समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं का संकट गहराने लगा है।

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